श्री निम्बार्क आचार्य वृन्द जयन्ती महोत्सव में गाये जाने वाले पद
कार्तिक कृष्ण द्वादशी
जय जय श्री हरिव्यास कुलभूषण
मंगल मूरति नियमानन्द
सेऊँ श्री वृन्दाविपिन बिलास
आज बधायो री हेली श्री भट्देव के
भयो लाल रसिक प्रतिपाल
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक कृद्गणा त्रियोदशी
जाको मन वृन्दा विपिन हरयौ
सहेली सुन सोहिलो
श्री हरिव्यास महाक्षिति मण्डल
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी
प्रिया मुख सुखमा दखि के
प्रिया मुख सुखमा कौ आगार
नगर में सोभा सरस सुहाई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक अमावस्या-दीपावली
वृन्दावन इक सुन्दर जोरी
आज दीवारी की निस नीकी
विलसत आज दीवारी दंपति
आज दीपति दिबि दीपमालिका
पिया पितांबर मुरली जीती
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा
जै जै श्री निम्बार्क आचार्य
युगल किच्चोर हमारे ठाकुर
मो मन बसो युगल किशोर
सब मिली गावोरी आज बधाई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल द्वितीया
बलि बलि श्री राधे नंद नंदन
हों बलि जाय हों आनंद
नियमानंद जगत गुरु गाइये
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल तृतीया
नैंक नैंन की कोर मोरि
आज सखी आनंद महल में
बधायो ऋषीराज के
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल चतुर्थी
बसौ मेरे नैनन में दोउ चंद
बिलसत दोउ लाड़िले
चलो सखी निम्ब ग्राम सुख लहिये
निम्बार्क दीन बन्धु सुन पुकार
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल पंचमी
श्री राधिका आज आनंद में
सहज सजन सुख बिलसहीं
निम्बग्राम में आज बधाई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल षष्ठी
बृज भूमि मोहनी में जानी
चल सखी निम्बग्राम
दृढ़ व्रत निम्ब चन्द पद प्रेम
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल सप्तमी
आज ब्रजजन मिलि मंगल गावें
भादों सुकला अष्टमी आई
आज बधाई है बरसाने
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल अष्टमी
जै जै श्री सोभू देव
नमो नमो जै सोभू देव
गोकुल मंगल आज बधाई
महल में बाजत
सहचरि फूलि अंग न माई
लाल जू के सोहिले
बरष गाँठि मोहन की
बजत बधाई आजु भली री
आज कछु औरें ओप भई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल नवमी
जै जै श्री गोपाल संतहित अवतरे
नमो नमो श्री हंस गोपाल
आज बधाई बजत सुहाई
श्री हंस जू के चरण कमल
जै जै सनकादि उदार
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल दशमी
देव परम धर्मादि पर रुप परमेच्च्वरम
कहा तोसों कहों मो हिय हित की बात
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल एकादशी
(श्री) राधा माधव अद्भुत जोरी
जयति श्रीमत निम्ब आदित्य प्रभु
प्यारी (जू) फूली फूल फूल सों
श्री निम्बार्क दीन बन्धु सुन
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल द्वादशी
नवल बसंत नवल श्री वृन्दावन
बिहरें श्री राधे बन बिहार
जै जै श्री निम्बादित्य आनंद मूल
खेलत बसंत (श्री) हरिव्यास देव
(किसी तिथि के घटने पर, अन्य तिथि को हो सकता है।)
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी
नव में पुंज सखिन के
करुणा सिंधु कृसोदरि
अरुण कुंवर की जन्मगाँठ सुनि
निम्बग्राम में आज बधाई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी
जाको मन वृन्दा विपिन हरयौ
आज अमित मंगल भयो माई
आज बधाई बजत सुहाई
हमें बलि बड़ो यही है पोद्गा
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक पूर्णिमा (बढ़ी तिथि पर)
राजई समाज आज मधुप ज्यों
मेरी प्रानन की आधार
जोरी गोरी सांवरी
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक पूर्णिमा (निम्बार्क जयंती)
दोऊ मिलि करत भांवती बतियां
बजत बधायो री हेली
आज सखी ऋषी राज द्वार पै
(श्री) निम्बार्क निम्बार्क निम्बार्क कहो रे
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक कृष्ण द्वादशी
जय जय श्री हरिव्यास कुलभूषण
मंगल मूरति नियमानन्द
सेऊँ श्री वृन्दाविपिन बिलास
आज बधायो री हेली श्री भट्देव के
भयो लाल रसिक प्रतिपाल
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक कृद्गणा त्रियोदशी
जाको मन वृन्दा विपिन हरयौ
सहेली सुन सोहिलो
श्री हरिव्यास महाक्षिति मण्डल
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी
प्रिया मुख सुखमा दखि के
प्रिया मुख सुखमा कौ आगार
नगर में सोभा सरस सुहाई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
वृन्दावन इक सुन्दर जोरी
आज दीवारी की निस नीकी
विलसत आज दीवारी दंपति
आज दीपति दिबि दीपमालिका
पिया पितांबर मुरली जीती
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
जै जै श्री निम्बार्क आचार्य
युगल किच्चोर हमारे ठाकुर
मो मन बसो युगल किशोर
सब मिली गावोरी आज बधाई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
बलि बलि श्री राधे नंद नंदन
हों बलि जाय हों आनंद
नियमानंद जगत गुरु गाइये
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
नैंक नैंन की कोर मोरि
आज सखी आनंद महल में
बधायो ऋषीराज के
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
बसौ मेरे नैनन में दोउ चंद
बिलसत दोउ लाड़िले
चलो सखी निम्ब ग्राम सुख लहिये
निम्बार्क दीन बन्धु सुन पुकार
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
श्री राधिका आज आनंद में
सहज सजन सुख बिलसहीं
निम्बग्राम में आज बधाई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
बृज भूमि मोहनी में जानी
चल सखी निम्बग्राम
दृढ़ व्रत निम्ब चन्द पद प्रेम
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
आज ब्रजजन मिलि मंगल गावें
भादों सुकला अष्टमी आई
आज बधाई है बरसाने
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
जै जै श्री सोभू देव
नमो नमो जै सोभू देव
गोकुल मंगल आज बधाई
महल में बाजत
सहचरि फूलि अंग न माई
लाल जू के सोहिले
बरष गाँठि मोहन की
बजत बधाई आजु भली री
आज कछु औरें ओप भई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
जै जै श्री गोपाल संतहित अवतरे
नमो नमो श्री हंस गोपाल
आज बधाई बजत सुहाई
श्री हंस जू के चरण कमल
जै जै सनकादि उदार
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
देव परम धर्मादि पर रुप परमेच्च्वरम
कहा तोसों कहों मो हिय हित की बात
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
(श्री) राधा माधव अद्भुत जोरी
जयति श्रीमत निम्ब आदित्य प्रभु
प्यारी (जू) फूली फूल फूल सों
श्री निम्बार्क दीन बन्धु सुन
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
नवल बसंत नवल श्री वृन्दावन
बिहरें श्री राधे बन बिहार
जै जै श्री निम्बादित्य आनंद मूल
खेलत बसंत (श्री) हरिव्यास देव
(किसी तिथि के घटने पर, अन्य तिथि को हो सकता है।)
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
नव में पुंज सखिन के
करुणा सिंधु कृसोदरि
अरुण कुंवर की जन्मगाँठ सुनि
निम्बग्राम में आज बधाई
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
जाको मन वृन्दा विपिन हरयौ
आज अमित मंगल भयो माई
आज बधाई बजत सुहाई
हमें बलि बड़ो यही है पोद्गा
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
राजई समाज आज मधुप ज्यों
मेरी प्रानन की आधार
जोरी गोरी सांवरी
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
दोऊ मिलि करत भांवती बतियां
बजत बधायो री हेली
आज सखी ऋषी राज द्वार पै
(श्री) निम्बार्क निम्बार्क निम्बार्क कहो रे
श्री राधा रमण विराजैं
सेवों श्री राधा रमण उदार
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